सबसे सगुन इहे अच्छा नया साल आ रहा है और हम अपनी सारी परम्पराओं के साथ समय की यात्रा के अगले चरण में प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में भोजपुरी अंचल से एक कहावत जो यात्रा के शगुन की पहचान करती है। सबसे सगुन इहे अच्छा, सनमुख गाय पिआवे बाछा। (सगुन- संकेत, सनमुख- सामने, बाछा-बछिया, गाय की संतान) अर्थात् यात्रा पर निकलते वक्त यदि अपने बच्चे को दूध पिलाती गाय दिख जाए तो यात्रा का उद्देश्य पूर्ण या सफल होता है। नव वर्ष में आपकी भी यात्रा सफल हो। शुभकामनाएं।
याद है नानी-दादी की कहावतें