उत्तम बुद्धि बाणिया
पच्छम बुद्धि जाट
बामण सपम्मपाट
सबसे अधिक अक्ल बणिए में होती है, सबसे कम जाट में और ब्राह्मण दिमाग से सपाट होता है। यहां अक्ल लगाने के हिसाब से वर्गीकरण किया गया है। वणिक काफी आगा पीछा सोचकर काम करता है और काफी अधिक सही निर्णय लेता है। जाट या किसान आगा पीछा सोचे बिना निर्णय ले लेता है। और बामण यानि ब्राह्मण सोचता ही नहीं है।
आमतौर पर यह कहावत ब्राह्मण परिवारों में कही जाती है। इसका इस्तेमाल तब होता है जब कोई व्यक्ति निर्णय लेकर भी उस निर्णय के बारे में कोई स्पष्ट जस्टिफिकेशन नहीं दे पाता है।
पच्छम बुद्धि जाट
बामण सपम्मपाट
सबसे अधिक अक्ल बणिए में होती है, सबसे कम जाट में और ब्राह्मण दिमाग से सपाट होता है। यहां अक्ल लगाने के हिसाब से वर्गीकरण किया गया है। वणिक काफी आगा पीछा सोचकर काम करता है और काफी अधिक सही निर्णय लेता है। जाट या किसान आगा पीछा सोचे बिना निर्णय ले लेता है। और बामण यानि ब्राह्मण सोचता ही नहीं है।
आमतौर पर यह कहावत ब्राह्मण परिवारों में कही जाती है। इसका इस्तेमाल तब होता है जब कोई व्यक्ति निर्णय लेकर भी उस निर्णय के बारे में कोई स्पष्ट जस्टिफिकेशन नहीं दे पाता है।
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