By Ashok Suryavedi May 01, 2010 हर्र लगे ना फटकारी रंग चोखा होय ! तात्पर्य -- यह कहावत मितव्ययता प्रदर्शित करती है , काम संशाधनो का प्रयोग करके उत्तम फल प्राप्त करना ! Read more