माथै में दी गांड भड़ाभड़ बोले माथै : सिर गांड़: गुदा भड़ाभड़: विशेष तरह की आवाज आमतौर पर कड़के आदमी के लिए इस प्रकार का विशेषण काम में लिया जाता है। जिस आदमी के पास अपनी बात कहने के पीछे ठोस आधार नहीं होता उसे भी यह बात कही जाती है। दृश्य (विजुअलाइजेशन) : किसी व्यक्ति के सिर में डंडा मार रहे हैं और धड़ वाला भाग पाइप की तरह पूरा खाली होने के कारण पिछवाड़े से डण्डे की गूंज सुनाई दे रही है। यह व्यंग और दुत्कार में काम में लिया जाता है।
याद है नानी-दादी की कहावतें