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आब-आब कह पुतुआ मर गए

फारस गए, फारसी पढ़ आए,
बोले पी की बानी।
आब-आब कह पुतुआ मर गए,
खटिया तरे धरो रहो पानी।

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बानी=बोली
आब=पानी
पुतुआ=किसी लड़के का संबोधन
तरे=नीचे
धरो=रखा
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इसका अर्थ ये है कि किसी व्यक्ति को फारसी का ज्ञान हो गया. अपने गाँव में इस भाषा से अनजान लोगों के बीच वह बीमारी में आब-आब चिल्लाता रहा. कोई जान न पाया की वह पानी मांग रहा है और उसने दम तोड़ दिया, जबकि पानी उसकी चारपाई के पास ही रखा था.
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मतलब बिना आवश्यकता के रोब दिखने के लिए अपनी योग्यता का बखान नहीं करना चाहिए।

Comments

Udan Tashtari said…
बिल्कुल सही-प्रेरक प्रसंग.
bahut bahut badhai
aapne is blog ko gulzar kar diya

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