घर का जोगी जोगडा़, आन गाँव का सिद्ध
"दूर का ढोल सुहावन" के तर्ज पर यह कहावत गढी गयी है। जोगी (योगी) की अपने घर मे कद्र नहीं होती, लेकिन किसी दुसरे (आन) गाँव में उसे सिद्ध महात्मा बताया जाता है।
"दूर का ढोल सुहावन" के तर्ज पर यह कहावत गढी गयी है। जोगी (योगी) की अपने घर मे कद्र नहीं होती, लेकिन किसी दुसरे (आन) गाँव में उसे सिद्ध महात्मा बताया जाता है।
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नमस्कार
पहले तो आपको धन्यवाद की आप हमारे ब्लॉग पर आए और सराहा।
कोने में जो चित्र लगातार बदल रहे हैं वे गूगल गैजेट से लिए गए हैं। आप तो बहुत पुराने ब्लॉगर हैं। एक सामान्य जानकारी है। मुझे लगा आप देखते ही पहचान जाएंगे। इस फोटो फ्रेम के नीचे जो लिंक दिया है उस पर क्लिक करने से आपको वह पेज मिल जाएगा जिससे आप उसे अपने ब्लॉग भी लगा सकने के लिए कोड जुटा लेंगे।
सिद्धार्थ जोशी
सदस्य कहावतें ब्लॉग