कुंजरिया अपने बेर खट्टे न बताये।
कुंजरिया=सब्जी बेचने वाली
भावार्थ- इसका अर्थ है किकोई भी अपनी वस्तु, अपनी चीज की बुराई नहीं करता है। ये ठीक उसी तरह है जैसे कि सब्जी बेचने वाली अपने बेरों को कभी भी खट्टा नहीं बताती है।
याद है नानी-दादी की कहावतें
कुंजरिया अपने बेर खट्टे न बताये।
कुंजरिया=सब्जी बेचने वाली
भावार्थ- इसका अर्थ है किकोई भी अपनी वस्तु, अपनी चीज की बुराई नहीं करता है। ये ठीक उसी तरह है जैसे कि सब्जी बेचने वाली अपने बेरों को कभी भी खट्टा नहीं बताती है।
Comments
Pauranik Kathayenthanks for articals