अति सर्वत्र वर्जिते ।
अति यानि जरूरत से ज्यादा ,हर कही वर्जित होता है यानि मना । क्योकी यह कहते है - सीता क्यो हरी गई , क्यो की वो अत्यधिक सुंदर थी, रावन क्यो मारा ,क्यो की उसमे बहुत अंहकार था.इस लिए अपने जीवन में हमें बैलेंस रखना चाहिए । किसी भी चीज के फीचे जयादा नही दौड़ना नही चाहिए।
अति यानि जरूरत से ज्यादा ,हर कही वर्जित होता है यानि मना । क्योकी यह कहते है - सीता क्यो हरी गई , क्यो की वो अत्यधिक सुंदर थी, रावन क्यो मारा ,क्यो की उसमे बहुत अंहकार था.इस लिए अपने जीवन में हमें बैलेंस रखना चाहिए । किसी भी चीज के फीचे जयादा नही दौड़ना नही चाहिए।
Comments
एकदम सत्य वचन
बहुत से अविष्कार इसीलिये हो पाये कि इसके लिये कुछ लोग पागलों की तरह (अति) प्रयास करते रहे...
तर्क है... शब्द हैं शब्दों को किसी भी तरह मोड लीजिये और अपने माफ़िक प्रयोग कीजिये आज तक यही हुआ है... प्रमाणित कुछ नहीं है
धन्यवाद