इस ब्लॉग में अब तक बीस ब्लॉगर लेखक के रूप में जुड़ चुके हैं। इनमें से कुछ इतने सक्रिय हैं कि
वे नित नई कहावतों से दूसरों को भी सक्रिय कर देते हैं।
इस ब्लॉग के लेखक
इनमें से अधिकांश लेखकों ने किसी ने किसी समय पर तूफानी पारियां खेली
और अब भी कई बार चौके छक्के मारकर निकल जाते हैं।
इससे आंचलिक कहावतों का एक ऐसा संदर्भ कोष तैयार हो रहा है
जो आने वाली पीढ़ी के काम आ सकता है।
इसके पीछे एक और अभिलाषा है कि आंचलिक कहावतों में से समानार्थक कहावतों को लेकर
उनका विश्लेषण भी किया जाए।
हालांकि कुछ कहावतें ऐसी आ चुकी हैं
लेकिन अभी और बहुत सी कहावतों का इंतजार यह ब्लॉग कर रहा है।
उम्मीद करता हूं कि भविष्य में और भी गुणीजन इस ब्लॉग से जुड़ेंगे
और इस संदर्भ कोष को समृद्ध करने में सहायता करेंगे।
Comments
नमस्कार,
आपका योगदान भी मिले तो यह ब्लॉग और समृद्ध होगा।
sabhi sahyogiyo aur pathako ka tahe dil se dhanyawad.
Madhavi
आप सही कह रहे हैं। मुझसे चूक हो गई। मैं माफी चाहता हूं।
आपका नाम इस लिस्ट में जोड़कर फिर से प्रकाशित करूंगा।
एक बार फिर माफी चाहता हूं। मेरा कोई ऐसा इरादा नहीं था।
Pauranik KathayenTHANKS FOR ARTICALS