धर्मे कोल , बतासे नोडे
धर्मं का चक्का या मशीन हवा यानि कि प्रकृति के नियम से चलता है ।
कोल - मशीन , बतासे - हवा , नोडे - चलना
धर्मं का चक्का या मशीन हवा यानि कि प्रकृति के नियम से चलता है ।
कोल - मशीन , बतासे - हवा , नोडे - चलना
याद है नानी-दादी की कहावतें
Comments
गुलमोहर का फूल
इस बार पूर्णतया आंचलिक है। इसे विस्तार से भी लिखा जा सकता था।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
Pauranik Kathayenthanks for articals