करवा कुम्हार कौ घी जजमान को. लगे ना बाप को स्वाहा !
हमारे बुंदेलखंड में जब कोई दुसरे के संसाधनों का बेतरतीब अनुचित उपयोग अपने हित में करता है तो कहते हैं कि करवा कुम्हार कौ घी जजमान को. लगे ना बाप को स्वाहा
हमारे बुंदेलखंड में जब कोई दुसरे के संसाधनों का बेतरतीब अनुचित उपयोग अपने हित में करता है तो कहते हैं कि करवा कुम्हार कौ घी जजमान को. लगे ना बाप को स्वाहा
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