
- नर्मदांचल
हरदा,टिमरनी, क्षेत्र में मुझे जो लोकोक्ति सबसे पसंद आई :"बोर पकी रीछडी का डोला आया"
बोर:बेर,
रीछडी: मादा-रीछ,
डोला:आँखें
जब बेर पकी तो मादारीछ आंखों मे कन्जक्टिवाईटिस हुआ यानी सही अवसर को खो देना - बुन्देली:"मरी जान मल्हारी गावे" मरी-जान: कमजोर शरीर वाला,/वाली, मल्हारी:-राग मल्हार शख्शियत के अनुकूल काम न करना,इसे यह भी कहा जा सकता है सीमोल्घंन करना
 
Comments
आपने धमाकेदार एंट्री की है। फोटो लगाकर तो आपने आंचलिक स्वाद को और भी बढा दिया है। उम्मीद करता हूं कि नर्मदा अंचल की ऐसी मीठी बोली का रस लगातार मिलता रहेगा।
मत चूके चौहान की तर्ज़ पे
आपका आभारी हूँ