जातो गवाए , भातो न खाए यानि कि जिस किसी कारण से किसी ने अपना अस्तित्व खोया या अपनी पहचान खोयी ,वो काम भी पूरा नही हुआ और पहचान भी गई । यानि पहचान भी गई और काम भी नही हुआ । जातो - जाति भात - भोजन ,चावल
याद है नानी-दादी की कहावतें