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Showing posts from May, 2010
  हर्र लगे ना फटकारी रंग चोखा होय ! तात्पर्य -- यह कहावत मितव्ययता प्रदर्शित करती है , काम संशाधनो का प्रयोग करके उत्तम फल प्राप्त करना !