दादा मीठे, ददिया मीठी, सरगे को जाए? =========================================== सरगे = स्वर्ग इस कहावत का अर्थ इस रूप में है कि काम भी हो जाए और प्रयास भी न करना पड़े. उदहारण के लिए यदि किसी को अपनी सेहत बनानी हो और वो सुबह जल्दी जाग कर कसरत करना या घूमना भी नहीं चाह रहा तो यही कहा जाएगा.
याद है नानी-दादी की कहावतें